रामायण में एक हाथी के सिर पर पृथ्वी।
कुछ वैदिक वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य भगवान पृथ्वी पर 7 घोड़ों के रथ पर सवार हैं। कुछ के अनुसार, पृथ्वी का शेष भाग सांप के सिर पर है, जबकि कुछ वैदिक वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी एक हाथी के सिर पर है।
वाल्मीकि रामायण बालकाण्ड 40 के अनुसार, सागर राजा एक बार अपना घोड़ा खो देता है। राजा सगर के बेटे घोड़े को खोजने के लिए जमीन खोदना शुरू करते हैं।
उत्खनन के दौरान विरुपाक्ष नामक एक पहाड़ी विशालकाय को देखा। उन्होंने इस सतह को पहना था (श्लोक 13)।
महान गजराज (हाथी) विरुपाक्ष पर्वत और जंगलों सहित पूरी पृथ्वी को अपने सिर पर रखता है। (श्लोक 14)
जब विरुपाक्ष हाथी थक कर अपना सिर इधर-उधर घुमाता है, तो पृथ्वी पर भूकंप आता है। (श्लोक 15)
(वाल्मीकि रामायण, बालकाण्ड सर्ग 40, श्लोक 13, 14, 15)
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इस बात के और क्या प्रमाण चाहिए कि हिंदू धर्म प्राचीन है? हिंदू धर्मग्रंथ उस समय लिखे गए थे जब पृथ्वी पर 1,280 किमी ऊंचे पेड़ थे।
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