गर्भावस्था को रोकने के उपाय।
अगर उसे अपनी पत्नी के बारे में ऐसी इच्छा है कि वह गर्भ धारण नहीं करें, तो उसकी योनि में अपना जननांग स्थापित करके, उसके मुख के साथ अपना मुख मिलाके, अभिमान कर्म और अपान क्रिया करनी चाहिए और कहना चाहिए की मैं तेरे रेतस कोग्रहण करता हूँ। इससे वह गर्भवती न होगी।
(बृहदारण्यकोपनिषद, शंकरभास्य गीता प्रेस गोरखपुर, पृष्ठ १३४६)
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