आर्यों ने भारत पर आक्रमण करके इन्हें पराजित कर दिया और इन्हें अपना गुलाम बना लिया और दासता के चिह्न के रूप में इन्हें ' दस्यु ' नाम दिया, कहा जाता है कि ' दस्यु ' शब्द दास शब्द से निकला है, जिसका अर्थ है गुलाम,' ये सारी धारणाएं निराधार हैं,दरअसल असुर और सुर दोनों आर्यों के समान मनुष्य थे,असुर और सुर दोनों के पिता कश्यप थे, कथा है कि दक्ष प्रजापति की साठ कन्याएं थीं,जिनमें से तेरह कन्याओं का विवाह कश्यप के साथ हुआ था,कश्यप की तेरह पत्नियों में से एक दिति और दूसरी अदिति थी, दिति से उत्पन्न संतान दैत्य अथवा असुर कहलाए और अदिति से उत्पन्न सुर अथवा देव कहलाए, इन दोनों के बीच बहुत दिनों तक पृथ्वी पर आधिपत्य के लिए भीषण युद्ध हुआ,इसमें संदेह नहीं कि यह एक पौराणिक कथा है, बेशक यह पौराणिक कथा है लेकिन यह भी एक इतिहास है और पौराणिक इतिहास अतिशयोक्ति में कहा गया इतिहास ही होता है -
:डा.बी.आर.अम्बेडकर, प्राचीन भारत में क्रांति और प्रतिक्रांति-364-365.
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